अशोक ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण चाट एवं फुल्की की दुकान बंद रखनी पड़ी। जिसके कारण परिवार के भरण पोषण करने में भी परेशानियों का सामाना करना पड़ा। इस बीच श्री अशोक प्रजापति को नगर पालिका दतिया द्वारा कराये जा रहे मुख्यमंत्री असंगठित कामगार पोर्टल पर सर्वे कार्य की जानकारी प्राप्त हुई। इस सर्वे के दौरान पंजीयन कराया। पंजीयन उपरांत नगर पालिका दतिया द्वारा वेण्डिंग कार्ड तथा वेण्डिंग सर्टीफिकेट प्रदाय किया गया। चाट एवं फुल्की के व्यवसाय को पुनः शुरू करने हेतु पीएम स्वनिधि योजना के तहत् आवेदन किया। योजना के तहत् स्टेट बैंक ऑफ डंडिया शाखा गांधी रोड़ दतिया द्वारा 10 हजार की राशि बिना ब्याज के कार्यशील पूंजी ऋण के रूप में प्रदाय की गई। इस राशि से अशोक ने पुनः अपना चाट एवं फुल्की का धंधा शुरू किया है। आज उसका यह व्यवसाय अच्छी तरीके से चल रहा है तथा परिवार के भरण पोषण की चिन्ता भी दूर हुई।
कृषक संजीव कुमार यादव ने अनार की खेती कर 2 लाख रूपये प्रति एकड़ सीधा मुनाफा प्राप्त किया है। यह सब संभव हो सका है शासन की फलोद्यान विभाग द्वारा संचालित ड्रिप एवं सोलर पंप योजना एवं विभाग द्वारा दी गई तकनीकी सलाह से।
दतिया जिले की भाण्ड़ेर तहसील के ग्राम बेरछा निवासी कृषक श्री संजीव कुमार यादव पिता श्री भगवान सिंह यादव के पास 13.78 हैक्टेयर कुल भूमि है। जिसमें वह परम्परागत फसले लेते थे। लेकिन उद्यानिकी विभाग की तकनीकी सलाह एवं विभागीय योजनाओं का लाभ लेकर ड्रिप सिंचाई पद्धति एवं सोलर पंप का उपयोग कर डेढ हैक्टेयर क्षेत्र में उद्यानिकी फसल के रूप में अनार की खेती दो वर्ष पहले लेना शुरू किया। इसके साथ ही वह अंतरवर्तीय फसलो के रूप में धनिया, मैथी, टमाटर, मिर्ची, सफेद मूसली की फसलें भी ले रहे है। उन्होंने बताया कि अनार एवं अंतरवर्ती फसलों से उन्हें अब दो लाख रूपये प्रति एकड़ मान से आय हो रही है। जबकि परम्परागत फसलों से उन्हें इतना लाभ नहीं हो पाता था। श्री संजीव कुमार ने बताया कि उद्यानिकी विभाग से ड्रिप सिंचाई योजना एवं सोलर पंप हेतु प्रथम वर्ष में उन्हें 50 हजार 400 रूपये और द्धितीय वर्ष में 16 हजार की सहायता का लाभ मिला है। उन्होंने बताया कि आज उनका परिवार बेहतर तरीके से अपना जीवन निर्वहन कर रह है। श्री संजीव ने बताया कि उनके द्वारा पैदा किए जा रहे अनार उत्तर प्रदेश के कानपुर, झांसी एवं अन्य स्थानों पर भी विक्रय हो रहा है।
अनूप सिंह भारतीय
दतिया जिले की भाण्ड़ेर तहसील के ग्राम बेरछा निवासी कृषक श्री संजीव कुमार यादव पिता श्री भगवान सिंह यादव के पास 13.78 हैक्टेयर कुल भूमि है। जिसमें वह परम्परागत फसले लेते थे। लेकिन उद्यानिकी विभाग की तकनीकी सलाह एवं विभागीय योजनाओं का लाभ लेकर ड्रिप सिंचाई पद्धति एवं सोलर पंप का उपयोग कर डेढ हैक्टेयर क्षेत्र में उद्यानिकी फसल के रूप में अनार की खेती दो वर्ष पहले लेना शुरू किया। इसके साथ ही वह अंतरवर्तीय फसलो के रूप में धनिया, मैथी, टमाटर, मिर्ची, सफेद मूसली की फसलें भी ले रहे है। उन्होंने बताया कि अनार एवं अंतरवर्ती फसलों से उन्हें अब दो लाख रूपये प्रति एकड़ मान से आय हो रही है। जबकि परम्परागत फसलों से उन्हें इतना लाभ नहीं हो पाता था। श्री संजीव कुमार ने बताया कि उद्यानिकी विभाग से ड्रिप सिंचाई योजना एवं सोलर पंप हेतु प्रथम वर्ष में उन्हें 50 हजार 400 रूपये और द्धितीय वर्ष में 16 हजार की सहायता का लाभ मिला है। उन्होंने बताया कि आज उनका परिवार बेहतर तरीके से अपना जीवन निर्वहन कर रह है। श्री संजीव ने बताया कि उनके द्वारा पैदा किए जा रहे अनार उत्तर प्रदेश के कानपुर, झांसी एवं अन्य स्थानों पर भी विक्रय हो रहा है।
अनूप सिंह भारतीय
उपसंचालक
जनसम्पर्क दतिया
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