मध्यप्रदेश के इन्दौर एवं मंदसौर जिले में बर्डफ्लू का उदभेद एन5एन8 स्ट्रेन से हुआ है। यह जुनोटिक वायरल बीमारी है जो बर्डफ्लू की बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस की वजह से होती है। जो संक्रमित पक्षियों एवं संक्रमित वातावरण तथा वस्तुओं से इंसानों में फैलती है।
पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉ. जीएस दास ने बताया कि बर्डफ्लू का वायरस मुख्यतः मनुष्य से श्वसन तंत्र को डेमेज करता है। दतिया में बर्डफ्लू बीमारी को देखते हुए जिला स्तर पर कार्यवाही करने के लिए प्रभारी चल पशु चिकित्सा ईकाई के प्रभारी डॉ. एसएस परिहार को बनाया गया है। जिनका मोबाईल नम्बर 9893725139 पर सम्पर्क कर सकते है। इसी प्रकार खण्ड स्तर पर कार्यवाही के लिए दतिया विकासखंड में डॉ. भूपेन्द्र कुमार जिनका मोबाईल नम्बर 9826747944 है। भाण्ड़ेर विकासखंड डॉ. व्हीके सोनी जिनका मोबाईल नम्बर 9893866299 और सेवढ़ा विकासखंड में डॉ. शिवा गुप्ता जिनका मोबाईल नम्बर 8950809834 पर सम्पर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बर्डफ्लू इनफेक्शन मुर्गी, टर्की, गीस, मोर, बतख एवं प्रवासी पक्षियों में तेजी से फैलता है। इन्फ्लूएंजा वायरस से पक्षियों की मौत भी हो सकती है।पक्षियों में बर्डफ्लू के लक्षण
पक्षियों की आंख, गर्दन एवं सिर के आस-पास सूजन एवं रिसाव, बुखार आना (42 डिग्री सैल्सियस) अंड़ों की संख्या में कमी, कलंगी एवं पैरो का रंग बदलना, पक्षियों में अचानक कमजोरी आ जाना, हरकत कम होना, पंखों का झड़ना, गर्दन का अकड़ना, पक्षियों की अधिक संख्या में आप्रकृतिक मृत्यु होना।बर्डफ्लू बचने के लिए ये सावधानियां बरतें
बर्डफ्लू से बचने के लिए पोल्ट्री मीट एवं अंडे का सेवन अच्छी तरह पकाने के बाद करेें। संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से बचें। पोल्ट्री उत्पाद खरीदते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। संक्रमण से बचने के लिए हाथों को लगातार धोएं और सेनेटाइज करते रहें। जिस इलाके में संक्रमण है कोशिश करें कि वहां न जाएं या मास्क पहनकर ही जाएं। पोल्ट्री दुकानदार पोल्ट्री की हैंडलिंग करते समय मास्क, ग्लव्स आदि पहनना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की जानकारी या सूचना के लिए अपनी निकटतम पशु चिकित्सा संस्था पर संपर्क करें।
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