मंगलवार, 8 दिसंबर 2020

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं केन्द्र में आने वाले सभी बच्चों की देखरेख अपने बच्चों के समान करें कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

कलेक्टर श्री संजय कुमार ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाले बच्चे देश के भविष्य है इन बच्चों के शारीरिक विकास के साथ बौद्धिक विकास की जबावदारी भी महिला एवं बाल विकास विभाग की है। अतः आंगनबाड़ी कार्यकर्ता केन्द्र में आने वाले सभी बच्चों की देखरेख एवं उन्हें शिक्षा अपने बच्चों के समान दें।
    कलेक्टर श्री कुमार सोमवार को न्यू कलेक्ट्रेट दतिया के सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री महेन्द्र सिंह अम्ब सहित परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाईजर आदि उपस्थित थी।
    कलेक्टर श्री कुमार ने विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए सभी सुपरवाईजरों को निर्देश दिए कि जिले में स्थित सभी एनआरसी में कोविड-19 की गाईड लाईन का पूर्ण रूप से पालन करते हुए शतप्रतिशत उपयोग हो। उन्होंने निर्देश दिए कि कम वजन वाले एवं कुपोषित बच्चों को सुपोषित की श्रेणी में लाना हमारी पहली प्राथमिकता है। इसके लिए इन बच्चों को अतिरिक्त पोषण आहार देने की भी व्यवस्था करें। इन बच्चों का निरंतर फॉलोअप कर उनका वजन भी लें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने हेतु समाज के संभ्रात परिवारों एवं जनसयोग से उनके पोषण की व्यवस्था बनाने हेतु उन्हें प्रेषित भी करें।

10 आंगनबाड़ी केन्द्रो को आकर्षक बनाये

    कलेक्टर श्री कुमार ने सभी सुपरवाईजरों को निर्देश दिए कि अपने-अपने कार्य क्षेत्र में कम से कम 10 आंगनबाड़ी केन्द्रों को आदर्श केन्द्र के रूप में विकसत करे।। इन केन्द्रो में आने वाले बच्चों के मनोरंजन के साथ-साथ उनकी पढ़ाई लिखाई की भी सम्पूर्ण व्यवस्था हो। जिससे अन्य आंगनबाड़ी केन्द्र भी प्रेरणा ले सके। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आनी वाली धात्री महिलाओं को उनके कल्याण के लिए शसान की संचालित योजनाओं की जानकारी देने के साथ स्वसहायता समूह के माध्यम से विभिन्न स्वरोजगारों से जुड़े। जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बन सके। इसी प्रकार जिले में संचालित वन स्टॉप सेंटर में आने वाली महिलाओं के रहने की उत्तम व्यवस्था के साथ रोजगारमुखी प्रशिक्षण भी प्रदाय करे। बैठक में लाड़ली लक्ष्मी योजना, लाडो अभियान, बाल शिक्षा केन्द्र पर भी समीक्षा की गई। 

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