शनिवार, 12 दिसंबर 2020

पी.एम. स्वनिधि योजना बनमाली की चाय की दुकान को पुनः खड़ा करने में बनी मदद्गार "खुशियों की दास्तां "

दतिया नगर के रहने वाले श्री बनमाली पाल के संकट के समय में पी.एम. स्वनिधि योजना में मिली 10 हजार की राशि बनमाली पाल को अपनी चाय की दुकान को पुनः खड़ा करने में काफी मद्दगार साबित हुई।
    दतिया नगर पालिका परषिद कार्यालय के नीचे श्री बनमाली पाल पुत्र श्री हरपाल पाल चाय का ठेला लगभग 20 वर्षो से लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण लॉक डाउन के दौरान श्री बनमाली की चाय की दुकान बंद हो गई। जिसके कारण इनके परिवार के भरण-पोषण की समस्या आ खड़ी हुई। इस बीच बनमाली ने मुख्यमंत्री असंगठित कामगार पोर्टल में शहरी पथ विक्रेता के पंजीयन हेतु आवेदन किया। आवेदन के सत्यापन एवं अनुमोदन के उपरांत वेण्डिंग कार्ड तथा वेण्डिंग सर्टिफिकेट डे-एनयूएलएम नगर पालिका परिषद दतिया द्वारा प्रदाय किया गया। चाय बनाने का व्यवसाय पुनः शुरू हो सके इसके लिए इनके द्वारा नगर पालिका परिषद दतिया में पीएम स्वनिधि योजना के तहत् ऋण हेतु आवेदन किया। आवेदन के परीक्षण उपरांत इंडियन ओवरसीज बैंक दतिया द्वारा ऋण स्वीकृत कर इन्हें 10 हजार रूपये की राशि कार्यशील पूंजी के रूप में प्रदाय की गई। शासन से मिली सहायता से इनकी चाय की दुकान पुनः खड़ी हो गई जिसमें इन्हें 7 हजार रूपये मासिक आय हो रही है। अब इनकी आर्थिक स्थिति में भी बेहतर सुधार होने से परिवार का भरण-पोषण भी अच्छे तरीके से हो रहा है। साथ ही डे-एनयूएलएम योजना के तहत् इन्हें फोन-पे से क्यूआर कोड भी दिया गया है जिससे अब यह डिजीटल ट्रांजेक्शन भी कर रहे है। इनका कहना है कि संकट की घड़ी में पीएम स्वनिधि योजना न होती तो उनका परिवार संकटों से गुजरता लेकिन यह योजना उनके परिवार के लिए वरदान बनकर आई है।

अनूप सिंह भारतीय

 उपसंचालक

 जनसम्पर्क दतिया 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

सरकारी धन के गबन के मुलजिमों को बचाने में 20 साल तक लगी रही मुरैना पुलिस, हाई कोर्ट ने कराई थी एफ आई आर , केस डायरी कोर्ट से चुराकर गायब की , सबूत फाड़ फाड़ कर फेंके , कानूनऔर कोर्ट की ऑंखों में झोंकी धूल

     मुख्यमंत्री ने लिया एक्शन  मुरैना 15 सितंबर ( ग्वालियर टाइम्स ) लगातार 20 साल तक कोर्ट और कानून की ऑंखों में धूल झोंक कर भारी भरकम रिश्...