”मेरा बच्चा अभियान” अंतर्गत जिले के 220 बच्चों को जिला एवं खंड स्तरीय 110 अधिकारियों को कुपोषण से सुपोषण में लाने की अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारियों द्वारा बच्चों के अभिभावक से सम्पर्क कर उनके पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए आवश्यक सामग्री एवं सहयोग प्रदाय किया जा रहा है एवं ऐसे परिवारों को रोजगार मूलक कार्यो से जोड़ने जैसे सब्जी, फल, दूध आदि का उत्पादन, पशु पालन आदि जिससे अतिकम वजन वाले बच्चों के परिवार की अर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। कुपोषित बच्चों को पोषण पुर्नवास केन्द्रों में भेजने हेतु प्रयास किया जाकर एनआरसी में भर्ती कराया जा रहा है साथ ही पात्र बीपीएल हितग्राहियों के परिवारों को समस्त योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है। मेरा बच्चा अभियान अंतर्गत अधिकारियों द्वारा दायित्व में लेने वाले बच्चों के कुपोषा से सुपोषण तक की यात्रा में सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
इस अभिनव पहल का उद्देश्य जिले की प्रत्येक बेटी तक जिला प्रशासन की भरोसेमंद पहल की पहुंच हो सके तथा जिले की कोई भी बेटी चुप्पी, घुटन, अवसाद का जीवन नहीं जीते हुए अपनी बात कहने के लिए भरोसेमंद एवं सबल माध्यम पा सके।
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